मानसिक स्वास्थ्य आज पृथ्वी पर सबसे बड़े मुद्दों में से एक बन गया है। वर्तमान समय में संसारभर में कोरोना महामारी फैली है और जनता लॉकडाउन में हैं तथा ऐसे में लोगों के दिल और दिमाग में बहुत चिंता है। इससे बच निकलने का निश्चित रूप से सबसे अच्छा समाधान ‘योग और ध्यान’ है।
वायरस को हराने के लिए सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता होती है। यह बहुत आवश्यक है कि हर कोई साफ-सुथरा रहने, बार-बार हाथ धोने, सामाजिक दूरी आदि को बनाए रखने जैसे नियमों का पालन करे। आरंभ में ये हमें चुनौतीपूर्ण लग सकते हैं, पर इनका पालन करना मुश्किल नहीं है।
अब जबकि विश्व चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है, तो पुनः वह समय आ गया जब मानव के अन्तर्विकास की इस प्राचीन कला का महत्व और बढ़ने वाला है। पिछले चार वर्षों से मिल रहे वैश्विक संरक्षण के लिए सभी को धन्यवाद, योग की स्वीकृति और लोकप्रियता ने बहुत से अवरोधों को दूर किया है। अनुप्रयोगों, अपेक्षाओं और धारणाओं की विस्तृत श्रृंखला से योग के बहु-आयामी प्रयोग एवं साथ ही आज के आधुनिक युग की बीमारियों के सर्वोत्तम उपचार देखने को मिलते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय राजनयिक समुदाय में एक नया मुद्दा गर्मजोशी के साथ उठाया गया है। हमारे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राज्य सामान्य सभा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) का प्रस्ताव रखा, जिस का समर्थन अनेक क्षेत्रों से हुआ, कांग्रेस के बहुत से प्रतिनिधियों और राष्ट्रपति ओबामा ने भी योग में अपनी रुचि दिखाई है।