आर्ट ऑफ लिविंग संस्था सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी | The Art of Living Will Approach The Supreme Court
आध्यात्मिकता और मानवीय मूल्य | Published: | 1 min read
हम अपने बयान पर कायम हैं कि आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था ने कोई भी हानि नहीं पहुंचाई है। माननीय न्यायाधीश का निर्णय मिथ्या और असमर्थनीय है। हमारे निवेदन, प्रस्तुति को कतई भी विचार में नहीं लाया गया है।
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बेंगलुरू, India
७ दिसंबर,२०१७
हम अपने बयान पर कायम हैं कि आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था ने कोई भी हानि नहीं पहुंचाई है। माननीय न्यायाधीश का निर्णय मिथ्या और असमर्थनीय है। हमारे निवेदन, प्रस्तुति को कतई भी विचार में नहीं लाया गया है।
यह ध्यान देने की बात है कि निर्णय देने से पूर्व न्यायपीठ से एक माननीय न्यायाधीश ने स्वयं को जांच प्रक्रिया से बाहर कर लिया था।
हम माननीय सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे। हमें पूर्ण विश्वास है कि वहां हमें अवश्य न्याय मिलेगा।
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