भारत में ड्रग्स की समस्या के विरुद्ध आर्ट ऑफ़ लिविंग के अभियान की प्रधानमंत्री मोदी ने की प्रशंसा | PM Modi Lauds The Art of Living’s Initiatives To Fight The Menace of Drugs In India
सेवा और सामाजिक कार्यक्रम | Published: | 1 min read
नशा (ड्रग) मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ में 60,000 विद्यार्थियों ने स्वयं उपस्थित हो कर एवं 12000 कॉलेजों के लगभग 1 करोड़ विद्यार्थियों ने वेबकास्ट के माध्यम से भाग लिया।
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नशा (ड्रग) मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ में 60,000 विद्यार्थियों ने स्वयं उपस्थित हो कर एवं 12000 कॉलेजों के लगभग 1 करोड़ विद्यार्थियों ने वेबकास्ट के माध्यम से भाग लिया।
19 फरवरी 2019,
चंडीगढ़/ हिसार
सोमवार की सुबह हल्की बारिश के बीच चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का मैदान “न करूंगा और न करने दूंगा” के नारों से गूँजायमान हो उठा। आर्ट ऑफ़ लिविंग के अनेक प्रयासों में से एक नशा (ड्रग) मुक्त भारत अभियान का भाग बनने के लिए दो ही दिनों के भीतर 60,000 विद्यार्थी इस अभियान से जुड़ गए।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए श्री श्री रविशंकर जी ने कहा कि “हमें देश की युवा शक्ति को मजबूत करना है और इन्हें (युवा शक्ति को) कमजोर करने वाले तत्वों जैसे कि ड्रग्स आदि पर भी हमें रोक लगाने की आवश्यकता है। लोग ड्रग्स लेना इसलिए आरंभ करते हैं क्योंकि वे प्रसन्नता, आनंद और प्रेम ढूंढ रहे होते हैं। आइए और हमसे जुड़िये। हम आपको वह आनंदमय ऊर्जा देंगे जो कभी समाप्त नहीं होगा। भीतरी आनंद हमें प्रेम और प्रसन्नता प्रदान कर सकती है।” हिसार में बोलते हुए श्री श्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि अब वह समय आ गया है जब युवा ड्रग्स लेने में गौरव महसूस करने के बजाय ड्रग्स न लेने में खुद को गौरवान्वित अनुभव करें।
अभियान की शुरुआत के दूसरे दिन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा ड्रग्स की समस्या के विरुद्ध वर्षों से किए गए प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
“माननीय प्रधानमंत्री ने कहा “मैं नशा (ड्रग) मुक्त भारत के लिए श्री श्री रविशंकर जी और आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रयासों की दिल से प्रशंसा करता हूँ। मैंने पाया है कि इस अभियान ने हर क्षेत्र जिनमें मनोरंजन और खेल जगत के लोग भी शामिल हैं, के दिलों के तार को छेड़ा है और कैसे लोगों ने सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में इस अभियान को समर्थन दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि “मानसिक-सामाजिक-चिकित्सीय समस्याओं के साथ-साथ ड्रग्स लेने से भी आतंकवादी गतिविधियों में सहयोग मिलता है, क्योंकि नशीले पदार्थों का व्यापार राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा ही नियंत्रित होता है। उन्होंने आगे कहा कि अपने परिवार के लोगों, मित्रों और प्रियजनों से संवाद करना, नशे के आदी हो चुके लोगों को लत से बाहर लाने में बहुत मदद कर सकता है।”
अभियान के प्रथम दिन चंडीगढ़ विश्वविद्यालय ने महान वैश्विक मानवतावादी एवं आध्यात्मिक गुरु तथा आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर जी, हिंदी सिनेमा जगत के सितारे संजय दत्त, रैप गीतकार बादशाह, हास्य कलाकार कपिल शर्मा, लोकप्रिय पंजाबी गायक गुरुदास मान और पंजाब के माननीय राजयपाल वी पी सिंह बदनोर जैसे गणमान्य अतिथियों की मेजबानी की। दूसरे दिन का कार्यक्रम हरियाणा सरकार के सहयोग से हिसार के गुरु जंबेश्वर विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया जिसमें श्रीश्री के साथ हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल खट्टर और प्रसिद्ध सिनेमा कलाकार वरुण शर्मा उपस्थित थे।
इस जागरूकता अभियान को आगे बढ़ाते हुए श्री श्री ने लोगों में ड्रग्स के हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरुकता बढ़ाने एवं ड्रग्स के विरुद्ध लड़ने के लिए लोगों को जोड़ने हेतु आगामी 10 मार्च को भारतभर के अनेक शहरों एवं गांवों में वॉकॉथॉन के आयोजन की घोषणा भी की।
कलाकार संजय दत्त ने ड्रग्स की लत छोड़ने संबंधी अपनी लड़ाई के विषय में बोलते हुए कहा कि “मेरे नाक से और मुँह से खून आ रहा था। मैंने दो दिनों तक ड्रग्स नहीं ली। मैं अपने आप को शीशे में देख कर डर जाता था। मैंने अपने पिता से कहा कि मुझे मदद की जरूरत है।” अपनी बात साझा करते हुए संजय दत्त ने आगे बताया कि पुनर्वास केंद्र से लौटने के बाद एक ड्रग पेडलर ने उन्हें संपर्क किया और तभी उन्होंने निश्चय कर लिया कि अब वे जीवन में कभी भी ड्रग्स को हाथ नहीं लगाएंगे।
दोनों दिनों में देश भर के 12,000 कॉलेजों के करीब एक करोड़ से ज्यादा छात्रों ने वेबकास्ट के जरिये ड्रग्स के विरुद्ध अभियान में शामिल होने का संकल्प लिया।
लोकप्रिय रैप गीतकार बादशाह ने भी युवाओं को अपने जीवन का उद्देश्य खोजने के लिए प्रेरित किया जिससे कि वे नशे की लत से दूर रह सकें। उन्होंने बताया कि “मैंने ड्रग्स कभी नहीं लिया, पर कॉलेज में मेरा एक दोस्त था, जो ड्रग्स लेता था और मुझसे बेहतर रैप गायाक भी था। लेकिन अब वो इस दुनिया में नहीं है।‘’ उन्होंने आगे कहा “मुझे संगीत में वो आनंद मिल गया। आप भी अपना आनंद ढूँढ लें! क्योंकि आप ही इस देश का भविष्य हैं और नब्ज भी हैं।”
इस अभियान के एक भाग के रूप में SWAT (अर्थात सामाजिक कल्याण एवं जागरूकता प्रशिक्षण) क्लब को बनाना भी शामिल है जिसे कॉलेज कैंपस में खोला जाएगा एवं जो कि ड्रग्स के हानिकारक प्रभावों के संबंध में जागरुकता बढ़ाने के साथ-साथ छात्रों को से दूर रखने का कार्य करेगा तथा लोगों को ड्रग्स के विरुद्ध संगठित भी करेगा।
ड्रग्स के विरुद्ध छेड़ा गया यह ड्रग मुक्त भारत अभियान, सोशल मीडिया पर पहले से ही एक तूफ़ान की तरह छा चुका है जिसे सिनेमा, खेल, राजनीति एवं उद्योग जगत जैसे विविध क्षेत्रों के 90 से अधिक प्रसिद्ध हस्तियों ने अपना समर्थन दिया है।
35,000 students took the pledge for a #DrugFreeIndia in Hisar. Hon. CM @mlkhattar ji has taken commendable steps on this issue in Haryana. @ArtofLiving has signed an MoU with the state government to go on an all out war against drugs. pic.twitter.com/KSX5WxKQFy
— Gurudev Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) February 19, 2019
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