६८ उग्रवादियों द्वारा आत्मसमर्पण करने पर मणिपुर के मुख्‍यमंत्री ने गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी की प्रशंसा की | Manipur CM lauds Gurudev Sri Sri Ravi Shankar after 68 militants surrender

शांति की पहल | Published: | 1 min read


६८ उग्रवादियों द्वारा आत्मसमर्पण करने पर मणिपुर के मुख्‍यमंत्री ने गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी की प्रशंसा की | Manipur CM lauds Gurudev Sri Sri Ravi Shankar after 68 militants surrender  

७१ वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर इम्फाल में मणिपुर के बहिष्‍कृत उग्रवादी समूहों के ६८ सदस्‍यों का घरवापसी समारोह, अशांत क्षेत्रों में शांति लाने के आर्ट ऑफ लिविंग के प्रयासों के क्षेत्र में एक महत्‍वपूर्ण उपलब्धि है।

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७१ वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर इम्फाल में मणिपुर के बहिष्‍कृत उग्रवादी समूहों के ६८ सदस्‍यों का घरवापसी समारोह, अशांत क्षेत्रों में शांति लाने के आर्ट ऑफ लिविंग के प्रयासों के क्षेत्र में एक महत्‍वपूर्ण उपलब्धि है।

१४ अगस्त को आत्मसमर्पण करने वाले ये ६८ उग्रवादी, मणिपुर में सक्रिय ११ सबसे खूंखार संगठनों जैसे कि कंजलेपक कम्युनिस्ट पार्टी (KCP), कंगलेपक के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PREPAK), पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी (PLA), यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) और कंगलेई यवोल कन्ना लूप (KYKL) समूह से संबंधित थे। इस कार्यक्रम का आयोजन मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, आर्ट ऑफ लिविंग के स्वामी ब्रह्मतेज एवं सुश्री दीपा दवे और शीर्ष मंत्रियों तथा अन्‍य अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। इस संबंध में जल्दी ही केसीपी-एमटीएफ और मणिपुर सरकार के बीच एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की भी संभावना है।

Manipur militants surrender in presence of CM Biren Singh and Swami Bhavyatej from Art of Living. 68 Manipur militants surrender thanks to efforts of Art of Living.

पिछले कई वर्षों से दीपा दवे और शांति मीतेई के नेतृत्व में आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवक जोखिमों के बावजूद विभिन्न स्रोतों और माध्यमों से इन अतिवादियों तक शांति का संदेश पहुँचाने का काम कर रहे थे। यहां तक कि आर्ट ऑफ लिविंग के दल ने सीमाओं के पार विद्रोही समूहों तक पहुंच कर भी कार्य किए।

इन प्रयासों के बदौलत, कई समूह आगे आए और उनके प्रतिनिधियों ने बैंगलुरु और मणिपुर में गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी से अनेक बार मुलाकात की और उनके दूतों के साथ संपर्क में रहे। गुरुदेव के विश्वास उत्‍पन्‍न करने के उपायों ने इन उग्रवादियों के हृदय एवं मन परिवर्तित करने में बड़ी भूमिका निभाई है। पिछले वर्ष गुरुदेव ने स्‍वयं इम्फाल का दौरा कर के मणिपुर में स्थायी शांति कायम करने के लिए विभिन्न व्यक्तियों और समूहों के साथ चर्चा श्रृंखला का आयोजन किया था।

अनेक ओर से अरुचि और व्‍यंग्‍य मिलने के बाद भी जारी इन सतत प्रयासों को उस समय सफलता मिल गई जब स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पूर्व इम्फाल में आयोजित एक सादे किंतु प्रभावशाली समारोह में ६८ उग्रवादियों जिनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं, ने हथियारों और गोला बारूद के एक बड़े जखीरे के साथ जमीन पर घुटने टेक दिए।

ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने द आर्ट ऑफ़ लिविंग और गुरुदेव के प्रति आभार व्यक्त किया।

“धन्यवाद श्री श्री रवि शंकर जी @srisri, आपके अथक प्रयासों और आशीर्वाद के कारण ६८ उग्रवादियों के मुख्यधारा में वापस आने से आज मणिपुर में पुन: शांति बहाल हो गई है”, उन्होंने ट्वीट किया। स्वतंत्रता दिवस पर किए गए एक अन्य ट्वीट में उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर में शांति लाने के लिए आर्ट ऑफ़ लिविंग के अथक प्रयासों पर उन्हें बहुत गर्व है।

गुरुदेव ने सौहार्द्रपूर्ण एवं विकसित समाज के पुनःनिर्माण की प्रक्रिया का भाग बनने के लिए आत्मसमर्पण करने वाले युवाओं का अपनी ओर से स्‍वागत किया एवं उन्‍हें पुन: आश्‍वस्‍त किया कि वे उन प्रयासों को सुनिश्चित करेंगे जिससे उन्‍हें समाज में योगदान देने के लिए गरिमापूर्ण अवसर मिले।

उन्होंने सक्रिय रुख और विद्रोहियों को मुख्यधारा में लाने के लिए आर्ट ऑफ़ लिविंग के स्वयंसेवकों को समर्थन देने हेतु मणिपुर सरकार की सराहना की। आर्ट ऑफ लिविंग ने उग्रवादियों के लिए सम्मानजनक पुनर्वास पैकेज बनाने में सरकार के साथ काम करने का प्रस्‍ताव भी दिया है।

आर्ट ऑफ़ लिविंग पिछले १५ वर्षों से मणिपुर में अथक परिश्रम कर के समाज के हर वर्ग (जिसमें आम जनता को प्रभावित करने वाले समूह भी शामिल हैं) के जीवन को परिवर्तित करने वाले कार्य कर रहा है। आर्ट ऑफ लिविंग ने जेलों में भी अनेक कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जहां अनेक बहिष्‍कृत कैदियों ने न सिर्फ आंतरिक शांति का अनुभव किया बल्कि वे गुरुदेव के शांत और समृद्ध मणिपुर के स्‍वप्‍न के संपर्क में भी आए। आर्ट ऑफ लिविंग ने भारत सरकार के साथ संपन्‍न सस्पेंशन ऑफ़ ऑपरेशन्स एग्रीमेंट के तहत इन समूहों को प्रशिक्षित भी किया।


भाषांतरित ट्वीट –

आर्ट ऑफ लिविंग शिक्षकों के प्रयासों के कारण, मणिपुर में माननीय एन.बीरेन सिंह एवं आर्ट ऑफ लिविंग के स्‍वामी ब्रह्मतेज जी की उपस्थिति में ६८ आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण किया।


आर्ट ऑफ लिविंग शिक्षक दीपा दवे की अनेक वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद ११ आतंकवादी समूहों ने सतत विकास के लिए हथियार डाले हैं।


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