९ वीं अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मेलन में बालिका और पर्यावरण का विषय केंद्रबिन्दु बना | Girl Child and Environment take centre stage at the 9th International Women's Conference

नेतृत्व और नैतिकता | Published: | 1 min read


९ वीं अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मेलन में बालिका और पर्यावरण का विषय केंद्रबिन्दु बना | Girl Child and Environment take centre stage at the 9th International Women's Conference  

४०० महिला नेताओं के साथ द आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर के सुरम्य विशालाक्षी मंडप में प्रभावशाली और मनोहर तरीके से, सशक्त महिलाओं की जुनून से परिपूर्ण सामाजिक बदलाव के व्यख्यान के साथ सम्मेलन आरम्भ हुआ।

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४०० महिला नेताओं के साथ द आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर के सुरम्य विशालाक्षी मंडप में प्रभावशाली और मनोहर तरीके से, सशक्त महिलाओं की जुनून से परिपूर्ण सामाजिक बदलाव के व्यख्यान के साथ सम्मेलन आरम्भ हुआ।

February 14, 2019
Bengaluru, India

पंजाब में लिंगानुपात को उलटने के लिए एक आंदोलन शुरू करने और एक बालिका के जन्म को एक उत्सव की परंपरा बनाने वाली; लातवियाई लोक संस्कृति को सांस्कृतिक वैश्विक मानचित्र पर लाने वाली, विरासत, सामाजिक न्याय और संसद में महिलाओं के अधिक प्रतिनिधित्व देने वाली, नेपाल के कानूनों में बदलाव लाने वाली, पहले भारतीय आई. पी. एस. अधिकारी के रूप में दिल्ली पुलिस की सेवा कर रहीं – ऐसे कई सशक्त महिला वक्ताओं ने 9 वीं अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मेलन में विचार व्यक्त किए यह देखनेलायक था और उनको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

Inaugural event of the International Women’s Conference

उद्घाटन सत्र के वक्ताओं में माननीय केंद्रीय कैबिनेट मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल, जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति गीता मित्तल, पुडुचेरी की माननीय गवर्नर डॉ किरण बेदी, लात्विया यूरोपीय सांसद – सुश्री डेस मेलबर्डे, महामहिम. मृदुला सिन्हा – पूर्व राज्यपाल गोवा, महामहिम सुश्री बेबी रानी मौर्य – उत्तराखंड की राज्यपाल, माननीय जस्टिस सपना प्रधान मल्ला – नेपाल सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, और श्री निकोलस हुलोट, फ्रांसीसी पत्रकार और पर्यावरणविद्, पूर्व मंत्री परिस्थिति-विज्ञान, शामिल हुए ।

संवर्धित सभा में उपस्थित कुछ अन्य गणमान्य व्यक्तियों में कर्नाटक की सुश्री मालविका अविनाश – अभिनेता और भाजपा प्रवक्ता, श्रीमती मेदिनी गरुडाचार – डॉ उदय गरुदाचार, कर्नाटक के विधायक की धर्मपत्नी, और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कलाकार रेखा हेब्बार राव भी शामिल थीं।

सुश्री भानुमति नरसिम्हन – अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मेलन और द आर्ट ऑफ़ लिविंग के निदेशक ने जीवन चक्र को पूरा करने में करुणा, अनासक्ति और जुनून की भूमिका के बारे में बात करते हुए अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में सम्मेलन का संदर्भ निर्धारित किया। उसने कहा, “जब हम किसी चीज के बारे में तीव्र उत्साही होते हैं, तो वास्तव में हम जो काम करते हैं, उसमें वह उत्साह दिखता है। यह हमें बाकी सब में से उस सर्वश्रेष्ठ को पहचानने में मदद करता है। जब हमारे पास एक लक्ष्य होता है और इसके साथ-साथ ईश्वरीय सत्ता में विश्वास होता है – तो हम कहते हैं कि यह या इससे बेहतर कुछ भी होने दो – तब हमारे अंदर त्याग और अनासक्ति की शक्ति का विकास होता है। करुणा मतलब बड़ी दृष्टि से देखना … हम सब परस्पर कैसे जुड़े हुए हैं। “

पिछले १५ वर्षों में सम्मलेन में ४२५ से अधिक अंतर्राष्ट्रीय वक्ता और ६००० से अधिक प्रतिनिधि विश्व के ११० देशों से नारीत्व, अध्यात्म और सामूहिक कार्रवाई के लिए एकत्रित हुए हैं।

माननीय केंद्रीय मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल सिख धर्म में समृद्धि और समता के बारे में और प्रेरणादायक परिवर्तन में आध्यात्मिकता की भूमिका के बारे में बताती हैं।

उन्होंने कहा “आध्यात्मिकता हर किसी के अंदर होती है “, “आपको इसे बस किसी में प्रज्वलित करने की जरूरत है … एक आध्यात्मिक जीवन वह है जहां आपके जुनून को सही दिशा निर्देश मिलता है : एक बड़े कारण के लिए, जहाँ हमारे ईश्वर हमें ले जाना कहते हैं … जब आपके जीवन में एक गुरु होते है और आप उसका अनुसरण करते हैं, तो आपका जीवन अधिक सुचारु और कम तनावपूर्ण हो जाता है।

भाषांतरित ट्वीट –

जो महिलाएं अपने क्षेत्रों में असाधारण ऊंचाइयों पर पहुंच गई हैं वे दुनिया भर की ग्रामीण और शहरी महिलाओं को प्रेरित करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए # IWC2020 पर हैं। पुदुचेरी कि राज्यपाल डॉ किरण बेदी, उत्तराखंड की राज्यपाल सुश्री बेबी रानी मौर्य, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री, सुश्री हरसिमरत बादल। १/३

इक्वाडोर के पूर्व राष्ट्रपति रोसा लिअरटिगा, गोवा की पूर्व राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा, नेपाल सुप्रीम कोर्ट के माननीय न्यायाधीश सपना प्रधान मल्ला, जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सुश्री गीता मित्तल, लातविया यूरोपीय संसद के सदस्य सुश्री डेस मेलबर्डे, फ्रांस के पूर्व पारिस्थितिकीय मंत्री श्री हुलोत। २/३

माता श्री मंगला जी हँस फाउंडेशन, बीजेपी प्रवक्ता कर्नाटक सुश्री मालविका अवनीश, टेहरी गढ़वाल की महारानी और सांसद महारानी माला राज्यशाह,
नेल्सन मंडेला की पोती सुश्री एनडीलेका मंडेला, पौध – आधारित आहार के प्रख्यात शेफ लॉरेन वॉन डेर पूल और अन्य सभी। ३/३


फिर एक और वक्ता, माननीय न्यायमूर्ति सपना प्रधान मल्ला ने साझा किया कि नेपाल में कैसे न्याय, मानव अधिकारों, यौन अपराधों, विरासत के अधिकारों और विवाह, तलाक, रोजगार और नागरिकता से सम्बंधित पहलुओं पर महिलाओं के लिए परिस्थितियां प्रतिकूल थी। उनके जुनून और पुरुषों के समर्थन के साथ, आज महिलाओं का व्यापक प्रतिनिधित्व है।

भारत की पहली महिला आई. पी. एस. अधिकारी सुश्री किरण बेदी ने कहा कि किस प्रकार उन्हें पहली बार पता चला कि वह न्याय के प्रति जोशपूर्ण थीं, जब ९ साल की उम्र में उन्होंने एक व्यक्ति को अपनी पत्नी की पिटाई करने से रोक दिया। उन्होंने यह भी साझा किया कि कैसे उन्होंने कभी भी शिकायत न करना सीखा जिसके बारे में वह जोशपूर्ण हैं। न्याय की बात करते हुए, माननीय न्यायमूर्ति गीता मित्तल ने कहा, “हमें अपने सभी पूर्वाग्रहों से ऊपर उठकर तथ्यों का मूल्यांकन करना होगा और उसके बाद निर्णय लेना होगा। मैं अचूक नहीं हूं, लेकिन किसी को कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए कि उनकी आवाज नहीं सुनी गई। ”

400 women leaders from across the world assemble for the International womens conference

आगामी सत्रों में बोलने वाले कुछ अन्य प्रख्यात वक्ताओं में लॉरेन वॉन डेर पूल – यूएसए के प्लांट-आधारित सेलिब्रिटी शेफ और कुकबुक लेखक, ल्यूक कॉउटिन्हो -होलिस्टिक लाइफस्टाइल कोच और वंदना शिवा – स्कॉलर, लेखक और पर्यावरणविद्, अन्य शामिल हैं।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था, एक अपरिचित घटक (The Unknown Factor), विसेन लखियानी, सीईओ, माइंडवले और श्री श्री के बीच वार्तालाप |

सम्मेलन में व्यापक मुद्दों के बारे में सत्र हैं – सकारात्मक बदलाव के लिए सोशल मीडिया के उपयोग के तरीके; सफ़ल व्यक्तियों के सकारात्मक योगदान देने वाले दृष्टिकोण; पर्यावरण की रक्षा करते हुए स्वास्थ्य, कल्याण और खुशी को बढ़ावा देने वाली जीवन शैली पर अंतर्दृष्टि; विभिन्न दृष्टिकोणों पर विचार-विमर्श जो संस्कृतियों की विविधता में सामंजस्य का जश्न मनाते हैं ।

इस कागज-रहित सम्मेलन की विरासत मिशन ग्रीन अर्थ २०२० (Mission Green Earth 2020) होगी, जो पांच साल में 10 करोड़ पेड़ लगाने और उनका पोषण करने की प्रतिबद्धता लेगी।

launch of mission green earth

भाषांतरित ट्वीट –

प्रख्यात ब्राज़ीलियाई गायक फ़ैंटाइनहो पियानो पर ९ वें अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मेलन के थीम गीत गाते हुए # IWC2020


भाषांतरित ट्वीट –

जानी-मानी भारतीय पार्श्व गायक हेमा सरदेसाई # IWC2020 के थीम गीत की भावपूर्ण प्रस्तुति के साथ, जिसे सुनकर हर कोई थिरकने लगा।


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