श्री श्री ने कराये मेक्सिको के भयावह कारागृह हिंसामुक्त | Gurudev frees Mexico's dreaded prisons of violence
नेतृत्व और नैतिकता | Published: | 2 min read
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी, २९ नवंबर से १९ दिसम्बर तक, एक २० दिवसीय शांति अभियान पर दक्षिण और मध्य अमरीका में हैं। गुरुदेव श्री श्री ने अपनी इस यात्रा पर कहा, "शांति का महत्व कलह के समय में ही है। शांति के समय में तो हर कोई शांतिपूर्वक रह सकता है।"
यह पृष्ठ इन भाषाओं में उपलब्ध है: English
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी, २९ नवंबर से १९ दिसम्बर तक, एक २० दिवसीय शांति अभियान पर दक्षिण और मध्य अमरीका में हैं। गुरुदेव श्री श्री ने अपनी इस यात्रा पर कहा, “शांति का महत्व कलह के समय में ही है। शांति के समय में तो हर कोई शांतिपूर्वक रह सकता है।”
अपने साहसी एवं दृढ़ दृष्टिकोण को रखते हुए, श्री श्री की इस यात्रा में ऐसे देश शामिल हैं जहाँ पर हिंसा का इतिहास रहा है, और जहाँ गुरुदेव के स्वयंसेवक कई वर्षों से परिवर्तन लाने का कार्य कर रहे हैं, और इसमें वह काफी सफल भी रहे हैं।
मेक्सिको – गुरुदेव ने संयुक्त राष्ट्र की स्थानीय समन्वयक मिस रेबेका एरियास से भेंट की
मेक्सिकन सीनेट के सदस्यों से वार्ता के दौरान, गुरुदेव ने सरकार, मीडिया, गैर सरकारी संगठनों एवं व्यापारियों से आग्रह किया, कि सब साथ मिलकर काम करें और समाज को हिंसामुक्त बनाएं। गुरुदेव ने कहा, “हिंसा अपनेपन की कमी और तनाव से उत्पन्न होती है। इसलिए तनाव पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है, ताकि समाज में शांति, अपनेपन की भावना एवं प्रतिबद्धता जैसे मानवीय मूल्यों की बढ़ोत्तरी हो सके।
मेक्सिकन सीनेट को संबोधित करते हुए गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी
अपनी तीन दिवसीय मेक्सिको यात्रा पर, श्री श्री ने देश के दो सबसे बड़े काराग्रहों का दौरा किया, जहाँ पर आर्ट ऑफ़ लिविंग के कारागृह पुनर्वास कार्यक्रम के बाद हिंसा की घटनाओं में भारी गिरावट आयी है। गुरुदेव ने एक ड्रग पुनर्वास गृह का भी दौरा किया, जहाँ उन्होंने आर्ट ऑफ़ लिविंग के व्यसन मुक्ति कार्यक्रम में भाग ले रहे २०० मेक्सिकन युवाओं को, मादक पदार्थों की हानिकारक निर्भरता से मुक्त होने के लिए संबोधित किया।
मेक्सिको के सबसे बड़े काराग्रहों में से एक, सैंटा मार्टा अकैटिटला कारागृह के अधिकारियों ने, प्रिज़न स्मार्ट कार्यक्रम को लाने के लिए, गुरुदेव के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। इस कार्यक्रम के उपरान्त कारागृह में होने वाले सभी हिंसक घटनाओं पर पूर्ण रूप से अंकुश लगा है। इस वार्ता के दौरान कई कैदियों ने बताया, कि कैसे आर्ट ऑफ़ लिविंग के कार्यक्रम ने उनके जीवन को पूर्ण रूप से परिवर्तित किया।
मेक्सिको शहर के दूसरे सबसे बड़े कारागृह, रेकलूसोरियो वरोनिल नोर्टे, के कैदियों को संबोधित करते हुए गुरुदेव
एक कैदी ने कहा, “ध्यान के बाद का जीवन, मुझे एक नयी दुनिया जैसा प्रतीत हो रहा है। मैंने वास्तविक आनंद का अनुभव किया। पहले मैं काफी तनाव ग्रस्त रहता था, लेकिन अब, कारागृह में होने के बावजूद, मेरा मन काफी मुक्त महसूस कर रहा है।”
मेक्सिको के दूसरे सबसे बड़े कारागृह, रेकलूसोरियो वरोनिल नोर्टे में, कारागृह व्यवस्था के सचिव, हेज़ेल रुइज़ ओर्टेगा ने बताया कि, आर्ट ऑफ़ लिविंग के शिक्षकों ने जब से यहाँ आना एवं सत्र लेना प्रारम्भ किया है, तब से कैदियों में परिवर्तन काफी प्रभावशाली रहा है। उन्होंने इस प्रकार के कार्यक्रम, मेक्सिको के सबसे बड़े कारागृह, रेकलूसोरियो वरोनिल ओरिएंट, में भी कराने की मांग की।
मेक्सिको में १६००० से भी ज़्यादा कैदी, जिनमें से कई मादक पदार्थों के व्यापार एवं गिरोह युद्ध में भी शामिल रहे हैं, वे अब तक आर्ट ऑफ़ लिविंग के कार्यक्रमों में भाग ले चुके हैं। इन कार्यक्रमों ने उन्हें अपने हिंसक एवं आघातपूर्ण अतीत से असाधारण राहत दी है, तथा जीवन के लिए एक नया नजरिया प्रदान किया है।
मेक्सिको के विश्व व्यापार केंद्र में जन वार्ता के दौरान गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी को ध्यान पूर्वक सुनते श्रोतागण
अपनी तीन दिवसीय मेक्सिको यात्रा के दौरान, गुरुदेव ने समाज के हर वर्ग के लोगों, जैसे कि राजनेताओं, धर्म गुरुओं, व्यापारियों, कैदियों, युवाओं, सरकारी अधिकारियों, समाज सेवियों एवं आम जनता से बातचीत की, तथा मादक पदार्थों एवं हिंसक गिरोहों के कारण उत्पन्न होने वाली हिंसाओं से देश में फैली अशांति को समग्र रूप से सुलझाने पर ज़ोर दिया।
अपने हिंसा मुक्त समाज के कार्य को बढ़ावा देते हुए, श्री श्री ने विश्व व्यापार केंद्र में एक विशाल शांति सम्मलेन की भी अध्यक्षता की। इस सम्मलेन में ४००० से भी ज़्यादा लोगों ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया, जिसमें विद्याविद्, युवा एवं राजनेता शामिल थे। अमरीका स्थित कब्बालाह केंद्र के जाने माने आध्यात्मिक निर्देशक, कारेन बर्ग, ने भी इस शांति सम्मलेन में हिस्सा लिया।
सम्मलेन में मौजूद कुछ धर्मगुरु – गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर, सिख गुरु अर्जन सिंह ढिल्लों, बौद्ध गुरु पाब्लो एस्त्रादे, लुथेरान चर्च से मारिया लौरदस गुटीईरेज़ एवं रेवेन्डो एफरेन गट
गुरुदेव ने एक सर्वधर्म समागम में, सिख, बौद्ध, लुथेरान, एंग्लिकन, मॉरमॉन एवं कैथोलिक समुदाय के धर्मगुरुओं को भी संबोधित किया। समागम के समापन पर सभी धर्मगुरुओं ने एकता एवं शांति के लिए, तथा सभी धर्मों की विविधता के सम्मान के लिए निश्चय किया।
गुऐरेरो के गवर्नर रोगेलिओ ओर्टेगा मार्टिनेज़ के साथ गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर
Addressed a large gathering at the #GuerreroPorLaPaz event in Playa Tamarindos, Acapulco, Mexico. (6) pic.twitter.com/4jatXD63fP
— Gurudev Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) December 6, 2016
भाषान्तरित ट्वीट –
प्लाया तमारिंदोस, अकापुल्को, मैक्सिको में #GuerreroPorLaPaz इवेंट में एक बड़ी सभा को संबोधित किया। (६)
मेक्सिको के सबसे हिंसक राज्यों में से एक, गुऐरेरो में, गवर्नर हेक्टर एन्टोनियो ऐस्टूडिल्लो फ्लोरेस ने, एक विशाल जन समुदाय के साथ गुरुदेव का स्वागत किया। इसके साथ ही, गुऐरेरो के गवर्नर ने गुरुदेव को शांति दूत की उपाधि प्रदान की। यह सम्मान अब तक सिर्फ तीन लोगों को दिया गया है।
मेक्सिको शहर में वर्ल्ड फोरम फ़ॉर एथिक्स इन बिज़नेस में गुरुदेव का परिचय कराते हुए
गुरुदेव की मेक्सिको यात्रा का समापन वर्ल्ड फोरम फ़ॉर एथिक्स इन बिज़नेस में संबोधन के साथ हुआ, जहाँ उन्होंने उद्योग समूहों को समाज के प्रति योगदान देने पर ज़ोर दिया, जहाँ पर उनका इतना विकास एवं उन्नति हो रही है।
अब गुरुदेव ग्वाटेमाला, निकारागुआ, एल साल्वाडोर, इक्वेडोर, ब्राज़ील, पनामा एवं कोस्टा रिका की यात्रा करेंगे
यह पृष्ठ इन भाषाओं में उपलब्ध है: English