भारत में ५०० और १००० रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण | Demonetising of 500 and 1000 rupee notes in India
नेतृत्व और नैतिकता | Published: | 1 min read
“मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि घबराएं नहीं। उच्च मूल्य की मुद्रा का विमुद्रीकरण देश के लिए अच्छा है। यह भ्रष्टाचार, काले धन और आतंकवाद पर अंकुश लगाएगा।"
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गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी का निवेदन | Statement by Gurudev Sri Sri Ravi Shankar
https://youtu.be/R4zew1ROG3M
“मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि घबराएं नहीं। उच्च मूल्य की मुद्रा का विमुद्रीकरण देश के लिए अच्छा है। यह भ्रष्टाचार, काले धन और आतंकवाद पर अंकुश लगाएगा।”
“चिंता करने की कोई बात नहीं है। सरकार द्वारा ५०० और १००० के नोटों को अन्य कानूनी नोटों के साथ आसानी से अदला बदली (एक्सचेंज) करने का प्रावधान किए जाने के बाद से कोई भी अपनी मेहनत से कमाई गई रकम को नहीं खोएगा।”
“सरकार के इस कदम से केवल उन लोगों पर प्रभाव पड़ेगा जिन्होंने अवैध रूप से धन जमा किया है। सरकार यह देखने के लिए सभी प्रयास कर रही है कि आम आदमी को असुविधा न हो। वास्तव में, हम सबके लिए जो इन कई वर्षों से भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं, उन सबको इस निर्णय ने राहत की सांस मिली है।”
“मैं प्रधानमत्रीं को इस साहसी कदम के लिए बधाई देता हूं और अर्थ क्रांति का स्वागत करता हूं।”
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