लेबनान में आनंद की लहरें | Waves of Happiness in Lebanon
संस्कृति और समारोह | Published: | 1 min read
यूएई (UAE) की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, वैश्विक मानवतावादी और शांति व विविधता की आवाज, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी का लेबनान में राजनेताओं, विद्वानों, नीति निर्माताओं और आम जनता ने दिल खोल कर स्वागत किया।
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बेरूत, लेबनान
18 दिसंबर, 2018
यूएई (UAE) की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, वैश्विक मानवतावादी और शांति व विविधता की आवाज, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी का लेबनान में राजनेताओं, विद्वानों, नीति निर्माताओं और आम जनता ने दिल खोल कर स्वागत किया।
अपनी संक्षिप्त यात्रा के दौरान गुरुदेव ने लेबनान में चल रहे गृह युद्ध पर चर्चा करने के लिए लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल औन और प्रधानमंत्री साद हरीरी से मुलाकात की। राष्ट्रपति भवन में चर्चा के दौरान राष्ट्रपति औन (Aoun) ने लेबनान में चल रहे संघर्ष के समाधान के लिए गुरुदेव द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। गुरुदेव 15 साल बाद मध्य पूर्वी देश का दौरा कर रहे थे। राजनेताओं के साथ अपनी बातचीत में गुरुदेव ने संघर्षपूर्ण अतीत से गुजरने के कारण हुए कष्ट को जड़ से दूर कर देश को शांत और तनाव मुक्त जीवन की ओर ले जाने पर चर्चा की।
गुरुदेव ने लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल औन से मुलाकात की
लेबनान के प्रधानमंत्री महामहिम साद हरीरी के साथ बातचीत
इंटरनेशनल एसोसिएशन फ़ॉर ह्यूमन वैल्यूज (IAHV) संगठन स्थानीय लोगों और शरणार्थी समुदायों (सीरियाई शरणार्थियों सहित) के साथ मिल कर लेबनान और जॉर्डन में उनके जीवन को और भी अर्थपूर्ण तरीके से पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से पुनर्वास और मानसिक कष्टों से राहत प्रदान करने के लिए कार्य कर रहा है।
‘सेलेब्रेटिंग डाइवर्सिटी – इंटरकल्चरल एंड इंटरफेथ रिफ्लेक्शंस’ नामक समारोह में प्रोफेसर लुई सलीबा, लेखक और भारतविद् के साथ पारस्परिक बातचीत के दौरान गुरुदेव ने कहा “हमें मुख्यत: इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि हम सभी आपस में जुड़े हुए हैं, सभी धर्म एक-दूसरे के साथ जुड़े हैं और उन सबके मूल में जो है वही आध्यात्मिकता है। इनके मध्य का भेद से व्यक्ति संघर्ष की ओर अभिुखी नहीं होना चाहिए और न ही इनकी एकता की वजह से हमारी जड़ें कमजोर पड़नी चाहिए।”
प्रोफेसर लुई सलीबा, लेखक और भारतविद् से बातचीत करते हुए गुरुदेव
बेरुत में आयोजित वेव्स ऑफ़ हैप्पीनेस समारोह जिसमें 1700 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे, के दौरान लेबनान में भारत के राजदूत, श्री संजीव अरोड़ा ने गुरुदेव का स्वागत करते हुए कहा कि “गुरुदेव जहाँ भी यात्रा करते हैं, वहां दोस्त बनाते हैं और मैं कहूंगा कि, लेबनान के लिए भी यह एक सच है, यह एक ऐसा देश है जिसके भारत के साथ ऐतिहासिक रूप से दोस्ताना संबंध हैं। यहां इनकी यह संक्षिप्त यात्रा शांति, प्रेम और भाईचारे का संदेश देती है और लेबनान तथा भारत के बीच मित्रता के ऐतिहासिक संबंधों की पुष्टि भी करती है। ”
Met the Hon. Indian Ambassador to Lebanon Mr. Sanjiv Arora in Beirut. pic.twitter.com/y5608Q0twG
— Gurudev Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) December 18, 2018
भाषांतरित ट्वीट –
लेबनान में भारत के राजदूत श्री संजीव अरोड़ा से बेरूत में मुलाकात की।
गुरुदेव ने लेबनान में बाद में बच्चों के कैंसर अस्पताल का भी दौरा किया जहाँ कैंसर पीड़ित बच्चों का नि:शुल्क इलाज किया जाता है।
Thank You @SriSri Ravi Shankar for visiting the #CCCL and spreading peace to our kids!#iLoveCCCL #SavingLives_CelebratingHope #UnitedAgainstCancer pic.twitter.com/xiFYJWef0p
— ccclebanon (@CCCLebanon) December 17, 2018
भाषांतरित ट्वीट –
धन्यवाद @srisri श्री श्री रविशंकर #सीसीसीएल का दौरा करने के लिए तथा हमारे बच्चों में शांति का प्रसार करने के लिए #iLoveCCCL #SavingLives_CelebratingHope #UnitedAgainstCancer
दिसंबर 2016 से एसोसिएशन फॉर ह्यूमन वैल्यूज़ ने कार्यशालाओं के माध्यम से लेबनान और जॉर्डन के अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों में (सीरियाई शरणार्थी शिविरों के आसपास – अल-ज़ातेरे, अल मफराक, अल ज़रक़ा और अल अज़ारा गवर्नर्स) 3000 से अधिक युद्ध प्रभावित बच्चों, 350 शारीरिक रूप से कमजोर युवा, सीमावर्ती कार्यकर्ताओं और देखभाल करने वाले लोगों व अन्य परिवारों तक अपनी पहुँच बनाई।
जॉर्डन और लेबनान में आर्ट ऑफ़ लिविंग
- गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने पहले भी शांति मिशन के तहत जॉर्डन और लेबनान का दौरा किया है। 2006 के लेबनान-इज़राइल संघर्ष के दौरान, द आर्ट ऑफ़ लिविंग और आई ए एच वी (IAHV) के स्वयंसेवकों ने सक्रियता के साथ दोनों पक्षों के संघर्षगत लोगों को उनकी इस गंभीर स्थिति से उबरने में मदद की थी।
- लेबनान में लगभग 2500 लोगों ने आर्ट ऑफ़ लिविंग के कार्यकर्मों में भाग लिया है।
- यह संस्था पिछले दो सालों से त्रिपोली के शरणार्थी शिविरों में सक्रिय है।
- महिलाओं के लिए दक्षिणी लेबनान में कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं।
- इन लक्षणों को कम करने और बच्चों को नई परिस्थितियों से निपटने में मदद करने के लिए आई ए एच वी (IAHV) ने बहुत से बच्चों के लिए स्ट्रेस रिलीफ और रेसिलेन्स (Stress Relief and Resilience (SRR)) कार्यशालाएं आयोजित की हैं।
- दिसंबर 2016 में, IAHV ने यूरोपीय संघ द्वारा सह-वित्त पोषित 18 महीने की एक लंबी परियोजना “जॉर्डन लेबनान में सशस्त्र संघर्ष से प्रभावित बच्चों का उपचार, पुनर्स्थापन और अहिंसा सशक्तिकरण” का नेतृत्व किया, जिसका उद्देश्य सशस्त्र संघर्ष से प्रभावित 8000 बच्चों के कल्याण, पुनर्स्थापन और उनके मनोवैज्ञानिक स्तर को सुदृढ़ करना था।
In Beirut, one of the oldest cities in the world. Visiting Lebanon after 15 years. pic.twitter.com/x5L93c1nPT
— Gurudev Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) December 17, 2018
Discussed with Hon. President of the Lebanese Republic @General_Aoun how @ArtofLiving can help Lebanon. pic.twitter.com/qD0Aao5SV2
— Gurudev Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) December 18, 2018
Had an insightful interaction with the Prime Minister of Lebanon His Excellency @saadhariri. pic.twitter.com/lIr3uuxAZ1
— Gurudev Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) December 18, 2018
भाषान्तरित ट्वीट –
दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक, बेरूत में। 15 साल बाद लेबनान में ।
लेबनीज रिपब्लिक के राष्ट्रपति जनरल ऑन से विचार विमर्श किया कि आर्ट ऑफ लिविंग किस प्रकार से लेबनान की सहायता कर सकता है।
लेबनान के प्रधानमंत्री माननीय सादहरीरी के साथ गूढ चर्चा की।
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