विश्व के मानवतावादी गुरु एवं आर्ट आफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रवि शंकर जी अपनी राजस्थान यात्रा के दौरान मानसिक स्वास्थ्य के उभरते संकट, विद्यार्थियो में पढ़ाई के दबाव के कारण कुंठित होता विकास, तनाव से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान का अभाव और इन सबसे निकलने के लिए व्यावहारिक रास्ते बताए। वे ५०००० विद्यार्थियों से चर्चा कर रहे थे। उन्हौने विद्यार्थियो को सशक्त ध्यान भी करवाया। केरियर संबंधी सुझाव, रिश्ते तथा मन और ध्यान पर बहुत सारी बातें की।
प्रधानमंत्री मोदी जी के “स्वच्छता ही सेवा” अभियान को श्री श्री रविशंकर जी ने बैंगलुरू स्थित आर्ट ऑफ़ लिविंग के अंतर्राष्ट्रीय आश्रम में लांच किया।
बड़ी संख्या में @ArtofLiving आर्ट ऑफ लिविंग स्वयंसेवकों ने देशभर में # SHS2018 सफाई अभियान चलाकर स्वछता ही सेवा अभियान की शुरवात की। #SwachhataHiSeva
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग ने केरल में चुनिंदा आदिवासी बस्तियों तथा एक नगरीय क्षेत्र, जोकि कुछ समय पहले की बाढ़ से उजड़ गए हैं, के पुनर्वसन व दीर्घकालिक विकास में सहायता का हाथ बढ़ाने की घोषणा की है।
आर्ट ऑफ लिविंग ने राहत सामग्री से भरे ६० ट्रक जिसमें ५०० टन ज़रूरत का सामान भेजा है। यह सब सामान जिसमें कपड़े, पानी, सैनिटरी नैपकिन, मूल भोजन, दवाइयाँ, अन्य ज़रूरत और श्री श्री तत्व (Sri Sri Tattva) द्वारा दी गई प्रसाधन सामग्री आर्ट ऑफ़ लिविंग के अंतराष्ट्रीय केंद्र बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, नागपुर, कोलकत्ता और अन्य स्थानों से एकत्रित की गई।
गुरुदेव ने एम्स्टरडम में आयोजित एक सभा में कहा “यह सच है कि योग भारत की देन है ,परन्तु यह पूरे विश्व के लिए है। आज यूरोप में डिप्रेशन एक चिंताजनक समस्या है और योग इस स्तिथि से उभरने में अत्यंत सहायक है। चलिए – आने वाली पीडियों के खुशाल भविष्य एवं संसार को बेहतर बनाने की कामना करते है। “