व्यवसाय में विविधता, मानवता में एकजुटता | Diverse in Vocation, United in Humanity
कोरोना वायरस महामारी की वजह से भौतिक आवगमन पर चाहे कितनी ही रोक लगी हो, पर इससे गुरुदेव को, लोगों तक पहुँचने में कोई कमी नहीं आई है।
कोरोना वायरस महामारी की वजह से भौतिक आवगमन पर चाहे कितनी ही रोक लगी हो, पर इससे गुरुदेव को, लोगों तक पहुँचने में कोई कमी नहीं आई है।
ईस्टर पुनरोज्जीवन का प्रतीक है, जीवन में पुन: लौटना। यह संसार भी पुन: अपनी उसी गरिमा में लौटने की प्रतीक्षा कर रहा है।
श्री श्री ने वर्ल्ड फोरम फॉर एथिक्स इन बिजनेस द्वारा शुरू किए गए एक थिंक टैंक “वर्तमान में एवं करोना के पश्चात, सबकी भलाई, नैतिकता एवं व्यापार के लिए एक नए संसार को आकार देना (शेपिंग ए न्यू वर्ल्ड टूगेदर) नामक संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह में संबोधन दिया।
भारत में कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान एकरसता को तोड़ने के लिए, श्री श्री ने पुरुषों को सप्ताह की एक अनूठी रचनात्मक चुनौती दी। उनकी चुनौती थी कि सोमवार, 6 अप्रैल को पुरुष खाना बनाएं और महिलाएं “कुकिंग स्ट्राइक” पर रहेंगी।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने आम तौर पर आने वाली चुनौतियों को वास्तव में उपयोगी बनाने के उद्देश्य से वीडियो वार्ता की एक श्रृंखला की शुरूवात की है।