मनुष्य बिना शिक्षा के
शिक्षा बिना कौशल के
कौशल बिना चरित्र के
चरित्र बिना कार्य के
कार्य बिना दिशा के
यह सब विफल राष्ट्र की निशानियां हैं
१९ जनवरी २०१३ को अहमदाबाद गुजरात में, टेक्नोलॉजिकल...
अकबरुद्दीन ओवेसी के भाषण के बाद बहुत बड़ा हंगामा हुआ। नफरत से भरा भाषण ही अपने आप में चौंका देने वाला है, परंतु श्रोताओं से इसे मिली प्रशंसा एक गम्भीर चेतावनी है। यह हमारे सदा विस्तृत होते समाज...
ऐसा लगता है कि हम इस दुनिया का एक भाग है, पर वास्तव में यह दुनिया हमारा भाग है। हम अपनी दुनिया को अपने मन में लेकर चलते हैं और हमारा मन तब तक शांत नहीं हो सकता जब तक हमारे आस-पास की दुनिया में अशांति...